रायपुर| पुलिस ने अमन साहू गैंग के 4 सदस्य को पकड़ा है। अंतरराष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पर अपराधिक मामलों में शामिल रहता है गैंग। यह गैंग अनेकों गैंग्स के लिए भी काम करते थे। इंटेलिजेंस की सूचना के बाद के 72 घंटो के भीतर ही पकड़ में आए चार आरोपी। गिरफ्त में लिए गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके टारगेट में छत्तीसगढ़ के कई औद्योगिक घराने थे। पूछताछ में आरोपीयों ने बताया कि वे रायपुर तीन टारगेट को लेकर आये थे लेकिन वे कोई भी घटना को अंजाम दे पाते उसके पहले ही रायपुर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इन अपराधियों के पुलिस पकड़ में आने से होने वाली कई बड़ी होने वाली घटनाओं को रोकने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है।
पकड़े गए आरोपियों में तीन को रायपुर से और एक को जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों में तीन राजस्थान के रहने वाले हैं वही एक आरोपी झारखंड प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस महानिदेशक ने प्रेस वार्ता में बताया कि यह गैंग किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए कोड नेम का इस्तेमाल करते थे। इसी अमन सिंह गैंग के शूटरों ने पूर्व में सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की घटना को अंजाम दे चुके है। अमन साहू के गैंग को वर्तमान में मलेशिया में बैठे मयंक सिंह आपरेट कर रहा है। ये गैंग लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू के कहने पर अपने टारगेट को अंजाम देते हैं। इसी लिए यह गैंग घटना को अंजाम देने के लिए मयंक सिंह के नाम का कोड रखकर के घटना को अंजाम देते हैं।
किसी भी घटना को अंजाम देने के बाद जेल जाने के बाद अधिकांश जेल में रहते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से ये साथी लोगो के साथ टारगेट वाले व्यक्ति ओर स्थान का चयन करते है। इसके लिए यह शातिर ऐसे ऐप्स का उपयोग करते थे जिसमें उनका डाटा कम से कम मिल पाए उसका उपयोग करते थे। राजधानी रायपुर पुलिस की गिरफ्त में आए एक आरोपी पप्पू सिंह पहले की शूटिंग के आरोप में 2 साल तक जेल में रह चुका है। गैंग के मेन कमांडर अमन साहू का झारखंड के प्रतिबंधित संगठन पीएलएफ से भी जुड़े होने की जानकारी मिली हैं। रायपुर पुलिस न्यायालय से इनकी पूछताछ के लिए रिमांड भी लेने की तैयारी कर रही है जिससे उनके द्वारा किए गए अन्य आपराधिक मामलों की जानकारी के खुलासे होने की उम्मीद है|