बीजापुर। ग्राम नैमेड के कन्या आवासीय विद्यालय में 9वीं कक्षा की एक छात्रा की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने जिला अस्पताल के सामने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें उनकी बेटी का शव देखने तक नहीं दिया गया और प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। मौत के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सके हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, घटना उस समय सामने आई जब रात में मेस में खाना खाने के लिए सभी छात्राएं एकत्र हुईं। इस दौरान 9वीं कक्षा की छात्रा पिंकी कुरसम नजर नहीं आई। सहपाठियों ने उसकी तलाश शुरू की और कपड़े सुखाने वाले कमरे में जाकर देखा, जहां उसका शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। छात्राओं ने तुरंत विद्यालय प्रबंधन को सूचना दी। प्रबंधन ने पिंकी को बीजापुर के जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की खबर मिलते ही छात्रा के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों का कहना है कि उन्हें शव देखने की अनुमति नहीं दी गई और प्रशासन सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह वाकई आत्महत्या का मामला है या उनकी बेटी के साथ कोई अनहोनी हुई है। परिजनों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की निष्पक्ष और गहन जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
नैमेड थाना प्रभारी हरिनाथ रावत ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है। मृतिका की सहेलियों और स्कूल स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस हर पहलू से मामले की तहकीकात कर रही है।