रायपुर/STAR NEWS| छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के कार्य क्षेत्र में ही अवैध कब्जाधारियों में सरकारी जमीन को कब्जा करने की होड़ मची हुई है । दरअसल, तिल्दा ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत कोहका में योजनाबद्ध तरीके से सरकारी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। तिल्दा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गांव कोहका, तुलसी नेवरा,कोटा में पहले ही सभी सरकारी जमीनों पर बैखोप होकर अवैध कब्जा कर लिया गया है, अब ग्राम कोहका और तुलसी नेवरा में भी सरकारी जमीनों पर बेधड़क कब्जा किया जा रहा है ।
आश्चर्य की बात यह है कि सरकारी जमीन पर कब्जे के बावजूद पंचायत के जिम्मेदार प्रतिनिधि कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं, उनके द्वारा अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं । दरअसल यह बैखोफ काम कुछ माह से विधानसभा लोकसभा चुनावों के कारणों से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है जिसकी आड़ में अवैध कब्जाधारीयों द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करके निमार्ण कार्य किया जा रहा है। तिल्दा-नेवरा ब्लॉक के ग्राम कोहका और तुलसी नेवरा में अवैध कब्जों की भरमार देखी जा सकती है।
ग्राम पंचायत कोहका में तो हद हुए कर दी है अवैध कब्जाधारियों ने उन्होंने शमशान घाट को भी नहीं छोड़ा है। स्थानीय नागरिकों की शिकायतों पर 14 मई को अवैध कब्जों को प्रशासन द्वारा तोड़ा गया था। इसके बाद भी ग्राम पंचायत कोहका स्थित श्री सत्यनारायण अग्रवाल कॉलेज की बाउंड्री वॉल से सटाकर एक अवैध कब्जे पर बड़ी तेजी से निमार्ण कार्य किया जा रहा है। लेकिन इस निमार्ण कार्य को रोकने के लिए कब्जाधारी को 02 मई से राजस्व विभाग ने नोटिस भी जारी किया है फिर भी कब्जाधारी निरंतर निर्माण कार्य पूरा करने में लगा हुआ है।
योजनाबद्ध तरीके से कब्जा विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकारी चुनावी कार्य में व्यस्त रहें हैं जिसका लाभ तो कोहका और तुलसी नेवरा में आरंग विधायक के नाम पर धड़ाधड़ सरकारी जमीनों पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर दिया । कुछ इसी तरह से इस बार भी तुलसी नेवरा में सरकारी जमीनों पर कब्जा किए लोगों की नियत साफ़ दिखाई दे रही है। इस तरह शासकीय जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जे के लिए क्या पंचायत सचिव और पटवारी की जिम्मेदारी नहीं है, कि वे अपने उच्च अधिकारियों को इससे अवगत कराएं। क्या तहसीलदार और अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) इन कब्जा करने वालों पर कोई कार्रवाई जान बूझकर तो नहीं कर रहे हैं?