अजय श्रीवास्तव/ रायपुर — कुछ महिनों बाद पूर्ववर्ती सरकार के समय लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली ED ने सरकार बदलाव के बाद आज फिर छत्तीसगढ़ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। आज सुबह तड़के से शुरू कार्यवाही में ED ने छत्तीसगढ़ के 3 जिलों कोरिया, बालोद , कोरबा सहित जशपुर जिलों के अनेक स्थानों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने दस्तक दी है | जानकारी अनुसार कोरिया जिले के बैकुंठपुर जल संसाधन विभाग के रेस्ट हाउस में आज तड़के ED की टीम दो गाड़ियों में पहुंची। टीम ने रेस्ट हाउस में रह रहे बैकुंठपुर जनपद पंचायत के सीईओ राधेश्याम मिर्झा से पूछताछ शुरू कर दी है |
ठीक उसी तरह बालोद में पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि पीयूष सोनी के डौंडी स्थित घर में ED की टीम ने दबिश दी। इसके साथ साथ ही कोरबा में पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के घर पर भी ईडी की टीम ने पहुंच कर पूछताछ शुरू कर दी है । जानकारी अनुसार जिला बालोद में पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि पीयूष सोनी के डौंडी स्थित घर में ईडी की टीम पहुंची है | कोरबा में पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के घर पर भी ईडी की टीम पूछताछ कर रही है | इसके पहले राधेश्याम मिर्झा कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा जनपद में पदस्थ थे, मिली जानकारी के अनुसार मिली कुछ शिकायतों के बाद यह छापेमारी की गई है।
राधेश्याम मिर्धा कोरिया जिले में लगभग 1 वर्ष से पदस्थ हैं, इसके पहले वह सोनहत में जनपद सीईओ रहे हैं, और वर्तमान में बैकुंठपुर पंचायत में पदस्थ हैं | हाल ही में इनका स्थानांतरण सूरजपुर जिले में किया गया है. फिलहाल ED की कार्रवाई लगातार जारी है। अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है, ED के सूत्रों से मिली जानकारी बताया गया है कि इस कार्यवाही की जानकारी कार्रवाई के पूरा हो जाने के बाद दी जाएगी।
वहीं जशपुर जिले के मनोरा सीईओ वीरेंद्र कुमार राठौर के सरकारी निवास पर ईडी ने दबिश दी है. जानकारी के मुताबिक मनोरा जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी राठौर के सरकारी निवास में सुबह 5 बजे ईडी की टीम पहुंची और अभी भी कार्रवाई जारी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईएएस रानू से तार जुड़ रहे हैं।
जानकारी यह भी है कि जनपद सीईओ के मनोरा स्थित सरकारी निवास के अलावा उनके निजी निवास पर भी ईडी की कार्रवाई चल रही है। इनसे जुड़े सभी ठिकानों पर ईडी ने एक साथ दबिश दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईएएस रानू से तार जुड़े हुए हों सकते हैं।
तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू कोरबा में थी, तब ये जनपद सीईओ कटघोरा थे. उस समय डीएमएफ की राशि की जमकर बंदरबांट की गई थी. इस वजह से इनके यहां भी छपा पड़ा है. विधानसभा चुनाव से पहले इनका तबादला जशपुर किया गया था।