अजय श्रीवास्तव /रायपुर। दूसरों को सुरक्षा देने वाली पुलिस की ही आवासीय कॉलोनी में हुए एक अंधे हत्याकांड को आखिरकार आज आरोपी तक पहुंचने में सफलता हाथ लगा की गई। राजधानी रायपुर के पुलिस हाउसिंग बोर्ड कालोनी सरदार वल्लभ भाई पटेल परिसर आमासिवनी थाना क्षेत्र विधानसभा में रहने वाली जाली सिंह पुलिस कालोनी के फ्लैट में अकेली रहती है। मृतिका का पति शिवपाल सिंह पुलिस विभाग सुकमा में डाग ट्रेनर पद में पदस्थ हैं। 05 मार्च से अचानक मृतका के घर में बाहर से ताला लगा हुआ था और वह अपना फोन नहीं उठा रही थी।
सुकमा से पति द्वारा बार-बार फोन करने पर जब उसने फोन नहीं उठाया तो उसने अपनी छोटी बहन को अपनी भाभी के जानकारी लेने के लिए घर भेजा। अनहोनी की घटना को देखते हुए मृतका के परिजनों ने विधानसभा थाने में शिकायत दर्ज कराई और रात 2:00 बजे जब दरवाजा तोड़कर वास्तुगत स्थिति का जायजा लिया गया तो घर में रहने वाली के शरीर में घातक हथियार से हमला कर उसके शव को घर के भीतर पंलग के नीचे मृत अवस्था में छुपा कर रखा हुआ था।
पुलिस की टीम ने शव पंचनामा तैयार कर प्रथमदृष्टया इसे हत्या मान कर विधानसभा थाने में धारा 302 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कर अज्ञात आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस कॉलोनी के भीतर हुई इस जगह ने हत्या के बाद पुलिस ने इस हत्याकांड के जांच के दिए साइबर सेल और टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम को भी लगा दिया था। एक्सपर्ट की टीम को तीन भागों में जांच टीम गठित कर को अलग-अलग जगह रवाना किया गया था।
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में सीसीटीवी फुटेज मृतक के परिजनों मृतका के पति के साथ पड़ोसियों के बीच बयान दर्ज किए गए थे कि इस महिला से उनके घर पर कौन-कौन मिलने आता था। तभी गठित टीम के टेक्निकल एक्सपर्ट के द्वारा मृतका का सोशल मीडिया एकाउंट के विभिन्न प्लेटफार्मों में विश्लेषण के बाद आखिरकार पुलिस हत्यारे तक पहुंचने में सफल हो ही गई।
जिस पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना विधानसभा पुलिस की गठित टीम ने मिले टेक्निकल एक्सपर्ट के बताए अनुसार आरोपी की तलाश में मुम्बई (महाराष्ट्र) एवं उत्तर प्रदेश भेजा गया। मुम्बई में जांच कर रही टीम को आरोपी के बारे में उत्तर प्रदेश के एक स्थान पर छुपे होने की पुख्ता जानकारी मिल गई। मिली जानकारी के पास पुलिस की संयुक्त टीम ने छाप मार्ग कार्यवाही करते हुए आरोपी को भदोही (उ.प्र.) से गिरफ्तार कर ही लिया।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपना किया गया अपराध स्वीकार कर लिया और उसने बताया कि वह महिला से पिछले 4 वर्षों से सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क में आया था और बाद में उन दोनों के बीच उनके बीच में अवैध संबंध भी स्थापित हो गए थे। आरोपी मृतिका से मिलने हर मां डिलीवरी बॉय बनकर मिलने आया करता था ताकि पुलिस कॉलोनी में रहने वाले किसी भी शख्स को उसके ऊपर कोई शंका न हो जिससे वह पकड़ा जाए घटना के दिन भी सरपट टोपी और मुंह में मास्क लगाकरआरोपी डिलीवरीबाय बनाकर महिला से मिलने आया था।
आरोपी ने बताया कि महिला अपने पति से अलग रहती थी और उसके और महिला के बीच अवैध शारीरिक संबंध होने के कारण महिला उसे पर लगातार शादी करने का दबाव बना रही थी इसी बात को लेकर घटना दिनांक के दिन दोनों में वाद विवाद हुआ और उसके बाद गुस्से में आकर आरोपी ने महिला के गर्दन और सर पर कैंची से कातिलाना हमला कर दिया जिससे मौके पर ही महिला की मौत हो गई थी।
इस अपराधिकृत के समय आरोपों में महिला के मोबाइल फोन को भी अपने साथ ले जाने की बात स्वीकार कर ली लेकिन आरोपी के द्वारा अपराध करते समय एक बड़ी गलती हो गई जहां घटनास्थल पर आरोपी का मुंबई से आने वाला हवाई जहाज का टिकट मौके पर छूट गया था जिसके कारण वह पुलिस की पकड़ में आया।
इस हत्या के बाद आरोपी ट्रेन के सहारे अपने ग्रह ग्राम भदोही (उत्तरप्रदेश) में जाकर छुप गया था जहां पुलिस उसे हिरासत में लेकर रायपुर लेकर आयी है।
पुलिस मृतिका और आरोपी के सोशल मीडिया साइट्स रुपयों के लेन-देन की पड़ताल भी कर रही है। आरोपी जय सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसके पास से हत्या में उपयोग की गई कैंची के साथ 02 नग मोबाईल फोन जप्त कर आरोपी को रिमांड पर भेजा जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपी
जय सिंह उर्फ राहुल निवासी ग्राम पाली थाना सूरयामा जिला भदोही (उत्तर-प्रदेश)।