अजय श्रीवास्तव/सरगुजा — छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग पुलिस इन दिनों “ऑपरेशन विश्वास” चला रही है । इस अभियान में फर्जीबाडा़ करने वाले एवं इसी तरह के अपराधिक मामलों में शामिल संदिग्ध आरोपियों की धरपकड़ लगातार जारी हैं। ऐसे ही एक मामले को उजागर करने में पुलिस को सफलता मिली है, जिसमें एक व्यक्ति असली नोटों के साथ नकली नोट पोस्ट आफिस में जमा करके शासन को चूना लगाने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने शिकायत पर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस जानकारी अनुसार प्रधान डाकघर के नायब पोस्टमास्टर मनोज कुमार पाण्डेय नायब पोस्ट मास्टर अम्बिकापुर ने अंबिकापुर थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि 14 मई को प्रधान डाकघर मे पोस्ट आफिस के एक ग्राहक कपील गिरी जिसका खाता डाकघर मे संचालित हैं। उसने अपने खाता मे नगद रकम डाकघर में 01 लाख रुपए की राशि जमा कराई थी। लेकिन उस एक लाख रुपए की राशि में दिए गए 500 रुपए के कैशियर के द्वारा जांच में 58 नोट नकली निकलें थे।
जिसकी सूचना कैशियर द्वारा नायब पोस्टमास्टर को दी गई, जो खाताधारक कपील गिरी साकिन तुरियाबीरा लुन्ड्रा द्वारा जानबूझकर जालसाजी करते हुए उक्त 58 नग जाली नोट कों असली नोट के साथ मिलाकर खपाने का प्रयास किया गया था। प्रार्थी नायब पोस्टमास्टर की शिकायत पर पुलिस ने थाना कोतवाली मे धारा 489-(ख) (ग) भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया था।
पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मामले के आरोपी कपील गिरी कों पकड़कर पूछताछ किया गया जो आरोपी ने पूछताछ में बताया, कि कुछ दिनों पूर्व आरोपी द्वारा एक पुराना हनुमान छाप सिक्का कों झारखण्ड के एक व्यक्ति कों बेचने पर 500-500 के कुल 58 नग जाली नोट मिले थे।आरोपी ने कुछ दिनों तक उन जाली नोटों कों घर मे रखने पश्चात घटना दिनांक कों असली रुपयों के साथ 58 नग जाली नोटों कों मिलाकर जानबूझकर पोस्ट ऑफिस अम्बिकापुर मे 01 लाख रुपये की राशि जमा करने की पर्ची भरकर अपने खाता मे जमा कर खपाने का प्रयास किया था।
पुलिस टीम द्वारा आरोपी के द्वारा जमा करवाए गए सभी 500-500 रुपये के 58 नग नकली नोटों (29000) को जप्त कर लिया है। साथी आरोपी कपिल गिरी के द्वारा बताए गए झारखंड पते पर भी छाप मार्ग कार्यवाही करने की तैयारी कर रही है जिससे कि नकली नोटों के छापने और संरक्षण करने वालों तक पहुंचा जा सके।