बीजापुर/ STARNEWS। नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए रास्ते में आईईडी विछा रखी थी। यहां से सुरक्षा बल के जवान तो नहीं निकले लेकिन एक ग्रामीण युवक घायल हो गया। घटना नंदा छुटवाई और गुंडम के बीच तोयनाला गांव के पास की है। जहां छुटवाई गांव निवासी माडवी नंदा अपने ट्रैक्टर से तर्रेम की ओर जा रहा था। रास्ते में पेशाब करने के लिए रुका था। तभी उसका पैर आईईडी पर पड़ गया जहां धमाका हुआ और माडवी घायल हो गया। उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस के मुताबिक नक्सलियों ने दाबयुक्त इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस को पहले से ही लगा रखा था। एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ जब पीड़ित (छुटवाई गांव निवासी माडवी नंदा) अपने ट्रैक्टर से तर्रेम की ओर जा रहा था।
नंदा छुटवाई और गुंडम के बीच तोयनाला गांव के पास रुका जहां सड़क निर्माण कार्य चल रहा था। उन्होंने कहा कि इसके बाद वह पेशाब करने के लिए सड़क के किनारे गया तो उसका पैर एक ‘प्रेशर आईईडी’ पर पड़ गया जिससे विस्फोट हो गया और उसके पैर में गंभीर चोट आई। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मियों की एक टीम पीड़ित को चिन्नागेलुर शिविर लेकर आई, जहां उसका प्रारंभिक उपचार किया गया। उन्होंने बताया कि बाद में उसे बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
नक्सली बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में गश्त कर रहे सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए सड़कों, निर्माणाधीन सड़कों और कच्चे रास्तों पर आईईडी लगाते हैं। पुलिस के अनुसार, पिछले दो महीनों में बीजापुर जिले में आईईडी विस्फोटों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। सुकमा में नक्सलियों का सरेंडरवहीं, दूसरी तरफ सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। हार्ड कोर नक्सली इलाके सुकमा में सुरक्षाबल के सामने 8 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिन नक्सलियों में सरेंडर किया है उनमें से पांच महिलाएं भी शामिल हैं। नक्सलियों के सिर पर इनाम भी घोषित था।