रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल योगराज टिकरिहा ने सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे उस पत्र को कांग्रेस की साजिश बताया है जिसमें उन पर गम्भीर आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस हत्या की धमकियाँ देने और अपशब्दों का प्रयोग करने के बाद अब चरित्र हनन की राजनीति पर उतर आई है। श्री टिकरिहा ने कहा कि जब तक पार्टी का आदेश नहीं था, तब तक वह (स्वयं श्री टिकरिहा) चुपचाप बैठे थे, पर अब इन षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। हर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी और इस मामले को वायरल किया है, उनके खिलाफ वह न्यायालय तक जाएंगे।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष श्री टिकरिहा ने मंगलवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले लगातार 4 साल मैं जब-जब चुनाव लड़ा और पार्टी ने कहीं पर स्थापित किया, तब-तब उनका (श्री टिकरिहा का) नाम किसी के साथ जोड़ा गया। उन्हें जिस तरह बदनाम किया गया, वह अपने आपमें दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले भी यह विषय आ चुका है और बाइट देखकर या वीडियो बनाकर वह इसका खंडन कर लेते थे लेकिन अब भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व मिलने के बाद भाजपा नेतृत्व का मार्गदर्शन पाकर वह स्पष्ट कर रहे हैं कि यह मामला अप्रैल, 2022 का है। बेरला थाना चौकी में इस मामले में एफआईआर हुई है। उस क्षेत्र में विपक्ष में रहकर कांग्रेस की सरकार और तत्कालीन विधायक कांग्रेस विधायक के विरुद्ध मजबूती से काम करने के कारण उन चार सालों में कांग्रेस के तत्कालीन विधायक के इशारे पर उनके विरुद्ध 14 एफआईआर कराई गई और उन्हें पाँच बार जेल भेजा गया। उसी दौरान यह विषय सामने आया। श्री टिकरिहा ने स्पष्ट किया कि गांव के ही जिस व्यक्ति को उनका पारिवारिक बताया गया है, उससे हमारा कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है। जिस प्रकार से रिश्तेदारी बताकर जो भी सर्कुलेट किया जा रहा है, वह सारा विषय गलत है। कोर्ट ने भी इन सारी बातों को निराधार बताया है तो इन बेबुनियाद बातों को कांग्रेस कैसे प्रमाणित कर रही है?
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष श्री टिकरिहा ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद जब यह मामला वर्षों पूर्व खत्म हो चुका है, उसके बाद भी इसे हथियार बनाकर एक लेटर बना दिया गया जिसमें उन्हें समाज से निलंबित बता दिया गया, जबकि समाज के मुखिया उनके पदभार ग्रहण कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस प्रकार का यह दुष्प्रचार राजनीतिक षड्यंत्र है। जिस व्यक्ति को मोहरा बनाकर यह षड्यंत्र रचा जा रहा है, उनकी पत्नी स्वयं एक शिक्षिका हैं और अपने पति से प्रताड़ित की गई हैं। आज भी उनके नाम का दुरुपयोग कर उनको बदनाम किया जा रहा है। उक्त शिक्षिका ने ही एफआईआर कॉपी में सारा विषय स्पष्ट रूप से लिखा है कि मेरे (शिक्षिका के) पारिवारिक मामले का जबरदस्ती बदनाम करने की मंशा से राजनीतिकरण किया गया है। मेरे पति का मित्र कांग्रेस से संबंधित है। मेरे पति का लगातार विधायक निवास बेमेतरा में आना-जाना रहता है। श्री टिकरिहा ने कहा कि इस मामले में कहीं पर भी उनका नाम एफआईआर में नहीं है, यहाँ तक कि कोर्ट ने उन्हें क्लीन चिट दी है। इस मामले में वह कभी न्यायालय नहीं गए और न ही उन्हें कोर्ट ने बुलाया और कोर्ट ने उन्हें इस मामले में पक्षकार बनने के योग्य तक नहीं माना। कोर्ट ने इस मामले में सारे तथ्यों और सारे सबूतों को नकारा है और कहा कि राहुल टिकरिहा का कहीं पर भी किसी महिला के साथ या संबंधित महिला के साथ कोई संबंध होना प्रतीत नहीं होता है। श्री टिकरिहा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए मुखर होकर कांग्रेस सरकार का विरोध किया जिसके चलते लगातार षड्यंत्र के तहत उनके खिलाफ इस तरह के आरोप लगाए गए। इनका षड्यंत्र क्षेत्र की जनता अच्छी तरह समझ रही है।
प्रदेश प्रवक्ता चिमनानी ने कहा : सत्ता जाने के बाद कांग्रेस किस निम्न स्तर तक चली गई है, दागे तीखे सवाल भी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित चिमनानी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि सत्ता जाने के बाद कांग्रेस किस निम्न स्तर तक चली गई है, इसका शायद कांग्रेस को भी आभास नहीं हो रहा है। राहुल टिकरिहा के भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेशभर में उनका अभूतपूर्व स्वागत हुआ और छत्तीसगढ़ प्रदेश के विकास में सहभागी होने का संकल्प भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने व्यक्त किया। कांग्रेस को यह देखकर तनाव हुआ और उस तनाव में उसने एक ऐसा विषय, जिस पर दो-तीन साल पहले ही न्यायालय का निर्णय आ चुका है, उठाकर प्रदेश में एक बार फिर भ्रम फैलाने का प्रयास किया है। इसकी तकनीकी जानकारी तारीख-दर-तारीख उपलब्ध है। आज श्री टिकरिहा पर जो बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं, उसका एक पक्ष राहुल टिकरिहा हैं तो दूसरा पक्ष हमारे छत्तीसगढ़ की हमारी बेटी, हमारी बहन भी है। इसके मद्देनजर श्री चिमनानी ने कांग्रेस से यह सवाल किया है कि क्या राहुल टिकरिहा पर बेबुनियाद आरोप लगाकर वह छत्तीसगढ़ की बेटी का चरित्र हनन नहीं कर रही है? क्या कांग्रेस के लोग उस बेटी के आने वाले जीवन को असहज नहीं बना रहे हैं? क्या कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने में इतनी भी शर्म नहीं आई कि एक महिला जो स्वाभिमान से अपना जीवन जी रही है, जो पहले भी पीड़ित रही है, यह बेबुनियाद आरोप लगाकर उसकी जिंदगी को भी खराब नहीं कर रही है? श्री चिमनानी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज समेत तमाम कांग्रेस नेताओं से सवाल किया कि कांग्रेस के लोगों को इस बात का आभास क्यों नहीं हुआ कि अपनी राजनीति करने के लिए वे छत्तीसगढ़ की एक बेटी को बदनाम करने का कुण्ठित प्रयास कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस के नेताओं से इस बात का जवाब चाहती है। यह विषय एक पारिवारिक विषय था, कानून के दायरे में गया था, कानून के दायरे में जाने के बाद कोर्ट का निर्णय आ चुका है। कोर्ट ने आरोपों को झूठा बताकर श्री टिकरिहा को क्लीन चिट दे दी है, तब आज अचानक कांग्रेस ने इस विषय को उठाकर अपनी राजनीतिक निम्नता का परिचय दे रही है, छत्तीसगढ़ की मातृ-शक्ति, बहनें और बेटियाँ कभी कांग्रेस के माफ नहीं करेगी। पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता डॉ. विजयशंकर मिश्रा, विधि प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक जे.पी. चन्द्रवंशी, और रायपुर शहर जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर उपस्थित रहे।