अजय श्रीवास्तव /गरियाबंद/रायपुर। बादाम की तरह दिखाई देने वाले रतनजोत जिसे जेट्रोफा के नाम से जाना जाता है,उसके पौधे का बीज भी ठीक उसी तरह से दिखाई देता है,लेकिन अनेकों बार यह देखा जा रहा है कि बड़ो के साथ छोटे बच्चों को इसके पहचानें में धोखा हो जाता है और वे उसे बादाम समझ कर खा लेते हैं जिससे उनकी तबीयत बिगड़ जातीं हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने इस पौधे का रोपण किया गया था।
बच्चों को देखने कलेक्टर दीपक अग्रवाल आज सुबह 5 बजे ही पहुंच गए जिला अस्पताल
गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड के गोबरा ग्राम में स्थित आदीवासी बालक हास्टल में रहने वाले बच्चों ने गलती से रतनजोत बीज खा लेने के बाद बच्चों को उल्टी और पेट दर्द संबंधी स्वास्थ्य समस्या शुरू हो गई थी। हास्टल अधीक्षक ने उन्हें मैनपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनमें से एक बालक की हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण अन्य बालकों को भी गरियाबंद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कल देर शाम अस्पताल में करायें गये बच्चों को आज भर्ती बच्चों को देखने कलेक्टर दीपक अग्रवाल आज सुबह 5 बजे ही जिला अस्पताल पहुंच गए। कलेक्टर की संवेदनशीलता और संजीदगी कदम से सभी 7 बच्चों का बेहतर इलाज हो रहा है। साथ ही सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है। जिला अस्पताल सिविल सर्जन के नेतृत्व में बच्चो का इलाज तत्काल शुरू किया गया था । जहां बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति सामान्य हो गई।
कल हुई इस खबर के बाद से ही जिला कलेक्टर ने आज सुबह पांच बजे बच्चों का हाल चाल जानने जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल पहुंचते ही बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में मौजूद डॉक्टरों से जानकारी ली। साथ ही बच्चों को दिए जा रहे बेहतर ट्रीटमेंट के बारे में भी पूछा। उन्होंने डॉक्टरों को बच्चों के बेहतर ध्यान रखने और इलाज करने के निर्देश दिए।