उज्जैन / रायपुर। बाबा महाकाल की नगरी में वर्ष में केवल एक बार नाग पंचमी (Nag Panchami) के दिन खुलने वाले भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के द्वार आज सोमवार को प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में खोले गए है। भगवान नाग चंद्रेश्वर की विधिविधान से पूजा उपरांत श्रद्धालुओं ने भी उनके दर्शन लाभ लेकर पूजा अर्चना की ।
नागपंचमी में नागचंद्रेश्वर का मंदिर के द्वार !
नाग पंचमी (Nag Panchami) का शुभ हिंदू त्योहार नजदीक है, और भक्त त्योहार मनाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। सावन माह के शुक्ल पक्ष पंचमी या पांचवें दिन को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार हरियाली तीज के दो दिन बाद जुलाई या अगस्त के महीने में आता है। परंपराओं के अनुसार, महिलाएं नाग देवता से प्रार्थना करती हैं, उन्हें दूध चढ़ाती हैं और अपने भाइयों और परिवार की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं। यदि आप और आपके प्रियजन इस वर्ष नाग पंचमी मना रहे हैं, तो तिथि, समय, पूजा मुहूर्त, इतिहास, महत्व और उत्सव के बारे में जानना महत्वपूर्ण है। इस त्यौहार के बारे में सब कुछ जानने के लिए क्लिक करें।
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नाग पंचमी 2023 तिथि, समय और शुभ मुहूर्त:
इस वर्ष, नाग पंचमी (Nag Panchami) 21 अगस्त, सोमवार को पड़ रही है। ड्रिक पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी पूजा का समय सुबह 5:53 बजे शुरू होगा और सुबह 8:30 बजे समाप्त होगा। नाग पंचमी पूजा तिथि 21 अगस्त को सुबह 12:21 बजे शुरू होगी और 22 अगस्त को सुबह 2:00 बजे समाप्त होगी। इस बीच, गुजरात में नाग पंचमी सोमवार, 4 सितंबर को मनाई जाएगी, ड्रिक पंचांग ने कहा, क्योंकि राज्य 15 दिन बाद त्योहार मनाता है।