नई दिल्ली । अब तेजी से देश के कई राज्यों में लोग H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। देश और विदेश में इस समय कोरोना और आई फ्लू वाले वायरस से भी खतरनाक H3N2 वायरस लोगों को सबसे ज्यादा संक्रमित कर रहा है। देश के अधिकांश भाग में लोग इस वायरस से पीड़ित हैं। इस फ्लू से हर आयु वर्ग के लोग संक्रमित हो रहे हैं। खासकर बच्चे इससे अधिक संक्रमित हो रहे हैं। बुखार, खांसी, वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। अब तो इस वायरस से मौत भी होने लगी है।
विशेषज्ञों ने कहा कि मौसम में बदलाव से फ्लू तेजी से फैल रहा है। H3N2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का ही वैरिएंट है जो कि इंसानों को ही प्रमुखता से प्रभावित करता है। कई देशों में कोविड 19 ही इन्फ्लुएंजा वायरस में बदल गया है। डॉक्टरों का कहना है कि एच3एन2 वायरस दूसरे वायरसों को भी प्रभावी कर देता है जिससे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक इस समय सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने वाले ज्यादातर मरीज इस वायरस से संक्रमित हैं। महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में करीब 100 मरीज भर्ती हैं। महाराष्ट्र में इस वायरस से संक्रमण दर 19 फीसदी हो गई है जो कि अप्रैल और मई में 6 फीसदी थी। जनवरी से अब तक 1540 इन्फ्लुएंजा केस पाए जा चुके हैं। इनमें से 900 एच3एन2 के ही थे।
H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के सामान्य लक्षण
इसमें खांसी, बुखार, ठंड लगना, दस्त, नाक बहना, छींक आना, गले में दर्द या खराश शामिल है। अगर कोई मरीज गंभीर होता है तो उसका बुखार लगातार बना रहता है। सीने में दर्द हो सकता है। इसके अलावा गला रुंध सकता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यह वायरस छोटे बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक है। यह वायरस खांसने, छींकने या फिर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। ऐसे में बचाव का तरीका संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना, भीड़ में जाने से बचना, अगर कोई संक्रमित है तो उसे विशेष ध्यान देना चाहिए। संक्रमित व्यक्ति को मास्क का प्रयोग करना चाहिए और नियमित अपने हाथ को धोते रहना चाहिए।