रायपुर। प्रदेश में हाल ही में हुई बिजली दरों में वृद्धि को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह बढ़ोतरी आम उपभोक्ताओं, गरीबों और किसानों पर किसी प्रकार का आर्थिक भार नहीं डालेगी। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं पर केवल 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट की मामूली वृद्धि की गई है, जबकि गरीब वर्ग को पहले की तरह ‘हाफ बिजली योजना’ के तहत सब्सिडी मिलती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि आमजन को राहत मिलती रहे। उन्होंने बताया कि कृषि उपभोक्ताओं के लिए भी दरों में केवल 50 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है। इसके बावजूद, छोटे और मध्यम किसानों को राहत देते हुए सरकार अब भी 3 हॉर्सपावर (HP) तक के कनेक्शन वाले किसानों को 6,000 यूनिट और 5 HP तक के कनेक्शन वाले किसानों को 7,500 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है। इसका संपूर्ण व्यय राज्य सरकार वहन कर रही है और बिजली कंपनियों को सीधे भुगतान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने भरोसा दिलाया कि यदि दरों में बढ़ोतरी से किसी भी वर्ग पर अप्रत्याशित असर पड़ता है, तो उसका बोझ राज्य सरकार स्वयं वहन करेगी। “हमारी मंशा है कि किसी भी नागरिक पर अनावश्यक आर्थिक दबाव न पड़े,” उन्होंने कहा।
गौरतलब है कि यह बिजली दर वृद्धि डेढ़ साल के भीतर चौथी बार की गई है, जिसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए जनहित की अनदेखी का आरोप लगाया है। हालांकि सरकार का दावा है कि राहत योजनाओं और सब्सिडी के चलते आम उपभोक्ताओं पर इसका व्यावहारिक असर नगण्य है।