रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में सोमवार को शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय, बस्तर में शैक्षणिक पदों पर हुई नियुक्तियों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेर लिया। प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने भर्ती प्रक्रिया में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए इसे “खुला भ्रष्टाचार” करार दिया।
चंद्राकर ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में नियमों को ताक पर रखकर कई नियुक्तियां की गई हैं। उन्होंने बताया कि नियुक्त अभ्यर्थियों में कुछ की आयु 46, 54, 42 और 48 वर्ष तक है, जो नियमानुसार पात्र नहीं हैं। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
मुख्यमंत्री का जवाब
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सदन को जानकारी दी कि विश्वविद्यालय में कुल 59 शैक्षणिक पदों के लिए 5 अक्टूबर 2023 को विज्ञापन जारी किया गया था। इनमें 10 प्राध्यापक, 19 सह-प्राध्यापक और 30 सहायक प्राध्यापक पद शामिल थे। उन्होंने बताया कि अब तक 8 विभागों में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्वीकार किया कि नियुक्तियों को लेकर शिकायतें प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच समिति गठित कर दी है। यदि जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।