अजय श्रीवास्तव बिलासपुर/ रायपुर । बड़े बुजुर्ग कह गए हैं की शंका का कोई भी इलाज नहीं है यह एक ना इलाज बीमारी है लगातार कुछ दिनों से प्रदेश में शंका के करण जघन्य हत्याकांड के मामले सामने आ रहे हैं। नये वर्ष आगमन से दो दिन पहले ही गरियाबंद जिले में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसमें आरोपी देवर ने अपनी ही भाभी की महज इसलिए हत्या कर दी थी कि उसे अपनी भाभी का किसी और के साथ अवैध संबंध की शंका थी। नये वर्ष की पहली शाम फिर एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।

मामला है बिलासपुर जिले के मस्तूरी तहसील के हर्री थाना क्षेत्र से आया है। इस दुखद घटना में एक पति और पिता हत्यारा बना गया। जानकारी अनुसार आरोपी उमेंद्र केवट मजदूरी करता है। सोमवार की देर शाम को उसका अपनी पत्नी से उसके चरित्र को लेकर विवाद हुआ, विवाद इतना बढ़ गया कि उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार पत्नी की हत्या करने के बाद वह कमरे में गया और वहां सो रहे उसके तीन बच्चों जिसमें एक बेटा और दो बेटीयों की भी आरोपी ने गला दबाकर हत्या कर दी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद उमेंद्र खुद थाने पहुंच गया।
मृतकों में आरोपी की पत्नी और तीन बच्चों की उम्र 5 वर्ष, 4 वर्ष, 2 वर्ष (दो बच्चियां, एक बेटा) की गला घोंटकर हत्या कर दी है । आरोपी को अपनी पत्नी पर किसी अन्य के साथ अवैध संबंध का शक था। मौका परिक्षण के बाद पुलिस ने आरोपी उपेन्द्र को अपनी हिरासत में ले लिया है। साथ ही पुलिस इस हत्याकांड की दूसरे एंगल से भी जांच कर रही है।