Russia Vs China War : अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने आशंका व्यक्त की है कि रूस और चीन द्वारा बड़ा सैटेलाइट हमला हो सकता है। यह चेतावनी अमेरिका ने अपने डोमेस्टिक स्पेस इंडस्ट्री को जारी की है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की स्पेस एक्सप्लोरेशन से जुड़ी कंपनियों को विरोधियों से खतरा है। वे रणनीतिक निवेश (संयुक्त उद्यम और अधिग्रहण सहित) अंतरिक्ष उद्योग तक पहुंच’ प्राप्त करने के लिए सप्लाई नोड्स और अन्य दूसरी टेक्नोलॉजी को सैटेलाइट अटैक के जरिए टारगेट बना सकते हैं।
Russia Vs China War : यूरोप और उसके बाहर 45,000 से अधिक मॉडेम को बदल
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी सेंटर, फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन और यूएस एयर फोर्स द्वारा संयुक्त रूप से जारी एक बुलेटिन में इसकी चेतावनी दी गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि इस तरह के विदेशी खुफिया अभियान कंपनी के रहस्यों के साथ-साथ अमेरिकी उपग्रह संचार, रिमोट सेंसिंग और इमेजिंग क्षमताओं को बाधित और खराब करने के लिए खतरा पैदा करते हैं।
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उपग्रहों पर हाल के कई हमलों और बढ़ती मान्यता के बाद यह बात सामने आई है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों तेजी से अंतरिक्ष पर निर्भर हैं। चेतावनी में विसंगतियों का पता लगाने के साथ-साथ गुप्तचरों का पता लगाने के लिए एक अंदरूनी-खतरा कार्यक्रम स्थापित करने और विदेशी संस्थाओं से आने के अनुरोधों, सम्मेलनों वे ऑनलाइन आउटरीच से सावधान रहने की सलाह दी गई है।
हलांकि चीन और रूस ऐतिहासिक रूप से उन आरोपों को खारिज करते हैं कि उन्होंने हैकिंग और अंतरिक्ष प्रणालियों में घुसपैठ या बाधा डालने के प्रयास किए हैं। सरकार से मौजूदा संपर्क वाली बड़ी सैटेलाइट कंपनियों को भी पहले ही निशाना बनाया जा चुका है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से पहले वियासैट को साल 2022 साइबर हमले का सामना करना पड़ा, जिसके कारण कंपनी ने पूरे यूरोप और उसके बाहर 45,000 से अधिक मॉडेम को बदल दिया।