अजय श्रीवास्तव/रायपुर। पिछले कुछ महीनो से लगातार गरियाबंद जिले में अलग-अलग दालों में हाथियों का झुंड घूम रहा था एक दल में आधा दर्जन से अधिक आती हैं वहीं दो दंतैल हाथी अलग से राजिम एवं पाण्डुका वन क्षेत्र में घूम रहे थे और गरियाबंद के दो दार्शनिक स्थलों घटारानी , जतमई में आने वाले श्रद्धालु भी इनकी धमक से दहशत में थे । आज वन विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि, दो दंतैल पैरी नदी पार करके धमतरी जिले में प्रवेश कर गए हैं । आज रात में से एक दंतैल पाण्डुका वन क्षेत्र से निकलकर धमतरी के सिंगपुर वन परिक्षेत्र में चला गया।
वहीं बता दें की कल एक दंतैल गया धमतरी जिले के हतबन्ध वन परिसर में चला गया था, दोनों दंतैल के जंगलों में वन विभाग व हाथी मित्र दल के लोगो ने ली राहत की सांस । ये टीम पिछले 15 दिनों से हाथी की निगरानी में दिन और रात डटा था । वन विभाग व हाथी मित्र दल ने धमतरी जिले के 15 गांवों में हाईअलर्ट जारी किया गया है ।
पर्यटन क्षेत्र होगा पुनः गुलजार
हाथियों के धमतरी जिले में चले जाने से गरियाबंद जिले के प्रसिद्ध चिंगरापगार जलप्रपात अब फिर पर्यटकों की उपस्थिति से गुलजार हो जाएगा । वन विभाग ने हाथियों की मौजूदगी से सुरक्षा के मद्देनजर बंद कर दिया गया था ।
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कई दिनों से दहशत में थे गरियाबंद के रहवासी
रायपुर गरियाबंद राष्ट्रीय राजमार्ग- 130-C एवं पाण्डुका वन क्षेत्र में बसे गांवों में हाथियों के मोमेंट से बार बार आ जाने से सड़क पर चलने वाले लोगों एवं स्थानीय नागरिकों में परेशान और दहशत में रहते थे । अब इन हाथियों के धमतरी ज़िले पहुँचने के बाद पाण्डुका क्षेत्र के किसानों के साथ आम लोगो ने भी राह्त की सांस ली है ।