नई दिल्ली । वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने इतिहास रच दिया है। अब वह पुरूषों की भालाफेंक स्पर्धा में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ पहले भारतीय चैंपियन बन गए हैं। जानकारी के अनुसार विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की तब यह उपलब्धि हासिल की। हालांकि भारत के किशोर जेना पांचवें स्थान पर रहे जिन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 84.77 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका। वहीं डीपी मनु छठे स्थान पर रहे जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 84.14 मीटर का था।
विश्व चैम्पियनशिप में यह पहली बार हुआ है कि शीर्ष आठ में तीन भारतीय रहे हों। 25 वर्ष के नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पहला प्रयास फाउल रहने के बाद दूसरे में आज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका। इसके बाद उन्होंने 86.32 मीटर, 84.64 मीटर, 87.73 मीटर और 83.98 मीटर के थ्रो फेंके। वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 87.82 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत और चेक गणराज्य के याकूब वालेश ने कांस्य पदक जीता जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.67 मीटर का था। चोपड़ा ने फाउल के साथ शुरू किया लेकिन दूसरे प्रयास में बढत बनाई जो अंत तक कायम रही।
निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद एक ही समय पर ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाले चोपड़ा (Neeraj Chopra) दूसरे भारतीय बन गए। बिंद्रा ने 23 वर्ष की उम्र में विश्व चैम्पियनशिप और 25 वर्ष की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था। तोक्यो में 2021 ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले चोपड़ा पहले भारतीय बने। उन्होंने 2022 में यूजीन में विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। उनसे पहले लंबी कूद में अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में पेरिस विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। एक ही समय पर ओलंपिक और विश्व खिताब जीतने वाले वह तीसरे भालाफेंक खिलाड़ी बन गए। उनसे पहले चेक गणराज्य के जान जेलेज्नी और नॉर्वे के आंद्रियास टी यह कारनामा कर चुके हैं। जेलेज्नी ने 1992, 1996 और 2000 में ओलंपिक खिताब जीते जबकि 1993, 1995 और 2001 में विश्व चैम्पियनशिप जीती थी।
आंद्रियास ने 2008 ओलंपिक और 2009 विश्व चैम्पियनशिप जीते थे। अब चोपड़ा के नाम खेल के सारे खिताब हो गए हैं। उन्होंने एशियाई खेल (2018), राष्ट्रमंडल खेल (2018) स्वर्ण के अलावा चार डायमंड लीग खिताब और पिछले साल डायमंड लीग चैम्पियन ट्रॉफी जीती। वह 2016 में जूनियर विश्व चैम्पियन रहे और 2017 में एशियाई चैम्पियनशिप खिताब जीता। इस बीच एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए पहली बार फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम फाइनल में पांचवें स्थान पर रही।
विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के इतिहास में यह भारत का पहला स्वर्ण पदक और कुल मिलाकर तीसरा पदक है। आखिरी प्रयास में नीरज (Neeraj Chopra) ने रजत और महिला की लंबी कूद में अंजू बाबी जॉर्ज ने 2003 में कांस्य पदक जीता। भारत ने पहली बार 1983 में विश्व चैम्पियनशिप में भाग लिया। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद, नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) एक ही समय में ओलंपिक और विश्व चैंपियन खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं।