अजय श्रीवास्तव/रायपुर| कर्नाटक के रहने वाले के.एस. राजन्ना जिन्होंने बचपन में मात्र 11 साल की उम्र में पोलियो की बीमारी की चपेट में आकर अपने हाथ और पर दोनों गवा दिए थे। लेकिन उनकी दृढ़इच्छा शक्ति ने उन्हें उसे मुकाम पर पहुंचा दिया जहां देश का हर नागरिक उसे सम्मान के लिए अभिलाषा रखता है। आज देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदय श्रीमती मुर्मू ने उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया। राजन् ना ने हाथ पांव खोने के बाद भी हस्तशिल्प आर्ट , डिस्कस थ्रो, ड्राइविंग और स्विमिंग सीखने के साथ ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी लिया, इसके बाद उन्होंने स्टेट सिविल सर्विस परीक्षा पास की। इसके साथ ही राजन्ना ने देश के लिए पैरालंपिक मेडल भी जीते हैं।