स्टारन्यूज़ डेस्क। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी गठबंधन INDIA के दलों के बीच सीट शेयरिंग की बातचीत शुरू हो चुकी है। विपक्षी दलों के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत अब तक कितनी सहज या कठिन रही है? 26 विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA ब्लॉक ने पहले ही इस बात पर मंथन शुरू कर दिया है कि वे कितनी सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहेंगे। हालाँकि, कांग्रेस मुश्किल स्थिति में दिख रही है क्योंकि अधिकांश क्षेत्रीय दलों ने सीट-बंटवारे के पहलू में किसी भी तरह का समझौता करने से इनकार कर दिया है।
INDIA गठबंधन में महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच बंटवारा
महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी, शरद पवार की पार्टी एनसीपी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे के लिए मीटिंग होनी है। यहां राज्य की 48 सीटों की शेयरिंग होनी है। जबकि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस के बीच शेयरिंग होनी है।
INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे में पेंच फंसने की उम्मीद
INDIA के लिए सीटों की शेयरिंग आसान नहीं है। दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी जहां एकदूसरे की प्रतिद्वंद्वी हैं तो यूपी में सपा और कांग्रेस। गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दल खुद के सीटों को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना यूबीटी ने स्पष्ट कर दिया है कि गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में, उसे 23 से कम सीटों की उम्मीद नहीं है। संजय राउत ने कहा कि यह महाराष्ट्र है और शिवसेना यहां की सबसे बड़ी पार्टी है। हमने हमेशा कहा है कि लोकसभा चुनाव में दादरा और नगर हवेली सहित 23 सीटों पर शिवसेना लड़ती रही है और यह दृढ़ रहेगा।
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ऐसी स्थिति में एनसीपी और कांग्रेस के पास 25 सीटें बचेगी जिसमें दोनों को समझौता करना होगा। यूपी में भी समाजवादी पार्टी ने 60 प्लस सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की बात कही है। जबकि उसके दूसरे सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल को भी दस से अधिक सीटें चाहिए। ऐसे में कांग्रेस को दस से कम सीटों पर ही समझौता करना होगा।