रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र में पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाने की दयनीय वित्तीय स्थिति पर चिंता जताते हुए सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि 8,000 से अधिक किसान इस कारखाने से जुड़े हैं, लेकिन उन्हें 2023-24 का गन्ना भुगतान और बोनस अब तक नहीं मिला है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। भावना बोहरा ने बताया कि कारखाने ने पहले ही 121 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है, फिर भी गन्ना पेराई दर 350 रुपये ही रखी गई है, जबकि निजी कंपनियां 450 रुपये दे रही हैं।
सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने विशेषज्ञों से सलाह लेकर जल्द समाधान निकालने का भरोसा दिया। भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कारखाने में कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय कमेटी बनाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि यह कारखाना क्षेत्र के विकास और रोजगार के लिए अहम है, इसलिए इसे बचाना जरूरी है। मंत्री कश्यप ने स्वीकार किया कि कुछ प्रशासनिक खामियों के कारण यह स्थिति बनी है, लेकिन इसे सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।