रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन गौण खनिज से प्राप्त राशि में अनियमितता को लेकर प्रश्नकाल के दौरान विधायक राघवेंद्र कुमार ने सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि क्या कार्य निविदा आमंत्रित होने के बाद भावपत्र में किसी प्रकार की अनुमति या अनुमोदन किया गया था? इस पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने जानकारी दी कि गौण खनिज से 2 करोड़ 13 लाख 44 हजार रुपए प्राप्त हुए थे, जिसमें से 21 कार्य जल प्रदाय से संबंधित थे।
जांच में भंडार नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होने के कारण 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। अरुण साव ने यह भी बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य अभियंता के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है, जो जल्द ही अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
विधायक राघवेंद्र कुमार ने आगे सवाल उठाया कि क्या यह सही है कि एक ही फर्म को 75 लाख रुपये का भुगतान किया गया? और क्या दोषी फर्मों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा? इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल एक फर्म को ही भुगतान नहीं किया गया है, बल्कि कई अन्य फर्मों को भी भुगतान हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।