अजय श्रीवास्तव / रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी नगर पालिका निगम में वर्तमान महापौर के विरुद्ध विपक्ष एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है जिसे लेकर विपक्ष के सभी सदस्य एक राय होकर आज नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय में इकट्ठे हुए और इस विषय पर उनके लंबे समय तक चर्चा चली ।
ऐसा माना जा रहा है कि इस अविश्वास प्रस्ताव के कारण बढ़ सकती है महापौर की परेशानीयां बात कहे तो रायपुर नगर निगम में विपक्ष में बैठी बीजेपी का दावा है कि कई कांग्रेसी पार्षद भी उनके संपर्क में हैं। आज की बैठक में BJP के पार्षद सीधा वोटिंग की मांग कर सकते है । वर्तमान में नगर निगम रायपुर में 70 वार्ड हैं जिसमें 05 निर्दलीय पार्षद 31 भाजपा के पार्षद और शेष 34 कांग्रेस के पार्षद हैं।
आज हुई अविश्वास प्रस्ताव बैठक निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, पार्षद मृत्युंजय दुबे, अमर बंसल, सरिता आकाश दुबे, मनोज वर्मा समेत अन्य भाजपा के पार्षद भी शामिल है । बैठक में अगले महापौर के चेहरे को लेकर बोले पार्षद दल – संगठन का निर्णय सर्वमान्य होगा।
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बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने पत्रकारों से चर्चा में कहा, कि जिस तरह नगर निगम क्षेत्र के चारों विधानसभाओं में भाजपा के विधायकों को जीत हासिल हुई है । नगर निगम के 70 वार्ड क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने अपना मत भाजपा के पक्ष में दिया है, उसको देखते हुए महापौर को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। जिस तरह प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा था ठीक उसी तरह महापौर एजाज ढ़ेबर को भी सौंप देना चाहिए। उन्हें अब इस पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि महापौर एजाज ढे़बर के कार्यकाल में शहर भर में अवैध कब्जे सड़कों पर गड्ढे और अवैध भवन निर्माण कार्य में उनका पूरा कहीं ना कहीं सहयोग रहा है उसे देखते हुए उन्हें इस्तीफा सौंप देना चाहिए।