Tuesday, March 18, 2025
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पीएम मोदी ने Chandrayaan-3 नायकों की सराहना, 23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में किया घोषित

Chandrayaan-3 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु के टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में चंद्रयान-3 मिशन में शामिल इसरो टीम की महिला वैज्ञानिकों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बेंगलुरु के पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड सेंटर का दौरा किया। केंद्र में पीएम मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों से मुलाकात की और 23 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडर को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतारने पर बधाई दी।

23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा
पीएम मोदी ने कहा, भारत चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन के लैंडर की सफल लैंडिंग को चिह्नित करने के लिए 23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाएगा।

ये भारत है
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफल लैंडिंग पर बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, यह भारत है, जो नवीन और विशिष्ट तरीके से सोचता है। यह वह भारत है जो अंधेरे क्षेत्रों में जाता है और प्रकाश फैलाकर दुनिया को रोशन करता है।

चंद्रयान 3 में महिला वैज्ञानिकों ने निभाई अहम भूमिका
इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क में पीएम मोदी ने कहा, महिला वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह ‘शिवशक्ति’ बिंदु आने वाली पीढ़ियों को लोगों के कल्याण के लिए विज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। लोगों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्रतिबद्धता है।

गुलामी के युग में दबा है भारत का ज्ञान का खजाना
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफल लैंडिंग पर बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “भारत का ज्ञान और विज्ञान का खजाना गुलामी के दौर में दबा हुआ है। ‘आजादी के अमृत काल’ में हमें इस खजाने की खुदाई करनी है।”

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लैंडर को सफल होना ही था
पीएम मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे वैज्ञानिकों ने लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग का परीक्षण करने के लिए इसरो अनुसंधान सुविधा में एक कृत्रिम चंद्रमा का निर्माण किया। लैंडर का सफल होना तय था क्योंकि वहां (चंद्रमा पर) जाने से पहले उसने कई परीक्षण पास किए थे।

भारत का अंतरिक्ष उद्योग 16 अरब डॉलर का हो जाएगा
बेंगलुरु में इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में पीएम मोदी कहते हैं, विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ वर्षों में, भारत का अंतरिक्ष उद्योग 8 अरब डॉलर से 16 अरब डॉलर का हो जाएगा।

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