अजय श्रीवास्तव उमरिया / रायपुर। कई बार जंगल के जानवर कुछ कारणों से हिसंक हो जाते हैं। वही वन जीव संरक्षकों के विशेषज्ञों का कहना है, कि उनके उत्तेजित होने का कारण जंगलों के क्षेत्र का कम होना मुख्य कारण है। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आदमखोर हो चुके एक आतंकी भालू के रेस्क्यू में गई वन विभाग की टीम में शामिल हाथी पर ही इस भालू ने अचानक हमला कर दिया , इस अचानक हुए हमले से हाथी घबराकर भागने लगा, जिसके कारण हाथी पर बैठे वनरक्षक नरेंद्र प्रजापति एवं हाथी के महावत राजेंद्र यादव दोनों उपर से नीचे गिर गये और बुरी तरह घायल हो गए।
मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आदमखोर भालू का आतंक
दोनों घायलों को नजदीकी मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है । एक दिन पहले ही जंगल में लकड़ी की तलाश में कस्बे के आधा दर्जन लोग आये थे। जिन पर अचानक भालू के हमले से एक महिला की मौत हो गई थी, साथ ही पांच लोगों को भालू ने बुरी तरह से घायल कर दिया था । उमरिया के विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में खूंखार भालू के कहर को देखते हुए भालू को रेस्क्यू करने गई वन विभाग की टीम के सदस्य भी घायल हो गए। शुक्रवार की इस घटना के बाद से पार्क प्रबंधन सहित पूरे इलाके में दहशत है।
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पूरी जानकारी देते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पी.के. वर्मा ने बताया ,कि आज सुबह सर्चिंग टीम को गुरवाही के कक्ष क्रमांक पीएफ 341 में भेजा गया था ,जिसमें हमारे हाथी पर अचानक भालू ने हमला कर दिया और उसी के चलते हाथी विचलित होकर भागा तो महावत और बीटगार्ड गिर कर घायल हो गए। दोनो घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर भेजा गया है, यदि आवश्यकता पड़ी तो इलाज के लिए दूसरी जगह भी ले जाया जाएगा साथ ही घायल हाथी का भी इलाज करवाया जा रहा है। वहीं दूसरी टीम को भी जंगल मे भेजा गया है ताकि उस भालू को घने जंगल मे खदेड़ा जा सके और ग्रामीणों की सुरक्षा की जा सके।