अजय श्रीवास्तव उत्तराखंड / रायपुर| उत्तरकाशी में 14 नम्बर से फंसे हुए मजदूरों के बचाव कार्य में लगी विभिन्न टीमों के काम में बाधा उत्पन्न हो गई है। कल से ही मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया था कि अगले 24 घंटे में बारिश गिरने की संभावना है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही हुई और टर्नल के आसपास के क्षेत्रों में सुबह से हल्की बारिश शुरू हो गयी है। टर्नल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कोशिशें लगातार जारी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया , कि 52 मीटर तक पाइप डाले जा चुके हैं, मजदूरों तक पहुंचने के लिए 57 मीटर दूरी तक पाइप डाले जाने हैं। उन्होंने बताया कि टर्नल के अंदर गिरा मलबे को 10 मीटर तक खोदना है, लेकिन अभी तक केवल 4-5 मीटर खुदाई की जा सकी है। जहां मलबे को हटाया गया है वहां पर पाइप भी डाले गए हैं। विशेषज्ञ मजदूरों की टीम रैट-होल खनन तकनीक का इस्तेमाल कर हाथ से मलबा हटा रही है।
इसके बाद इसमें 800 मिमी व्यास वाले पाइप डाले जा रहे हैं। अभी सभी मजदूर सुरंग में करीब 60 मीटर की दूरी पर फंसे हैं. ऑगर मशीन ने अब तक 48 मीटर तक ही ड्रिलिंग कर पायी है। इसके बाद मशीन में आयी खराबी के कारण वह सुरंग में ही फंस गई । अब मशीन को काटकर बाहर निकाला गया है। इसके बाद रैट माइनर्स ने मैन्युअल खुदाई शुरू की. सोमवार से अब तक चार-पांच मीटर तक खुदाई की जा चुकी है. ऐसे में अब 7-8 मीटर खुदाई करना ही बाकी माना जा रहा है और बचाव कार्य में लगी टीम सभी टर्नल में फंसे मजदूरों तक पहुंच जायेगी। बचाव टीम का नेतृत्व करने वाले अधिकारी ने बताया कि हम 30 नवम्बर तक मजदूरों को बाहर निकाल लेंगे।
उधर, मैन्युअल हॉरिजेंटल ड्रिलिंग के लिए दो प्राइवेट कंपनियों की दो टीमों को लगाया है. एक टीम में 5 एक्सपर्ट हैं, जबकि दूसरी में 7. इन 12 सदस्यों को कई टीमों में बांटा गया है. ये टीमें बचे हुए मलबे को बाहर निकालेंगी. इसके बाद 8 सौ मिलीमीटर व्यास के पाइप डाले जायेगें। ऐसी जानकारी मिली है,कि एनडीआरएफ की टीमें इसी के सहारे सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालेंगी।